सोनालीका ट्रैक्टर्स Sonalika Tractors ने चार महीने में 50,000 की बिक्री का आंकड़ा पार किया
सोनालीका ट्रैक्टर्स Sonalika Tractors ने वित्तीय वर्ष 2025 के पहले चार महीनों में 50,000 से अधिक ट्रैक्टरों की बिक्री का रिकॉर्ड बनाया है। जानें, कैसे कंपनी की रणनीतियां और सरकार का सहयोग कृषि मशीनीकरण को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।
कृषि मशीनीकरण में नई ऊंचाइयां छूता सोनालीका: बढ़ती मांग और मजबूत रणनीतियां
नई दिल्ली, : सोनालीका ट्रैक्टर्स ने भारतीय कृषि मशीनीकरण में अपनी श्रेष्ठता को साबित करते हुए वित्तीय वर्ष 2025 के पहले चार महीनों में 50,000 से अधिक ट्रैक्टरों की बिक्री का रिकॉर्ड बनाया है। अप्रैल से जुलाई 2024 के बीच कंपनी ने कुल 51,268 ट्रैक्टरों की बिक्री की है, जो इसे घरेलू ट्रैक्टर उद्योग में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित करता है।
बढ़ते बाजार में नेतृत्व की भूमिका
भारत में ट्रैक्टरों की मांग लगातार बढ़ रही है, और सोनालीका ने अपनी कस्टमाइज्ड ट्रैक्टर रेंज के माध्यम से इस मांग को भुनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी की 20-120 एचपी रेंज, जिसमें हैवी ड्यूटी माइलेज (HDM), CRDS इंजन, मल्टी-स्पीड ट्रांसमिशन और एडवांस 5G हाइड्रोलिक्स शामिल हैं, भारतीय किसानों की बदलती जरूरतों के लिए एकदम उपयुक्त है। इस विविधता के कारण, कंपनी ने घरेलू बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत किया है और बाजार हिस्सेदारी में बढ़त हासिल की है।
सरकार का सहयोग और उद्योग का भविष्य
केंद्र सरकार द्वारा कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपये के बजट प्रावधान ने इस क्षेत्र को और मजबूती प्रदान की है। इस आर्थिक सहयोग से न केवल ट्रैक्टरों की मांग में वृद्धि होगी बल्कि किसानों की उन्नत कृषि मशीनरी की मांग भी पूरी हो सकेगी। यह ध्यान केंद्रित बजट नीति कृषि मशीनीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जो अंततः ट्रैक्टर निर्माताओं को अधिक लाभान्वित करेगा।
कंपनी का रणनीतिक दृष्टिकोण और मजबूत उत्पादन क्षमता
सोनालीका की सफलता का एक बड़ा हिस्सा उसकी मजबूत उत्पादन क्षमता और उपभोक्ता-केंद्रित रणनीतियों का परिणाम है। इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड के संयुक्त प्रबंध निदेशक, श्री रमन मित्तल ने कहा, “हमारे इन-हाउस उत्पादन क्षमताओं, जिसमें हैवी-ड्यूटी इंजन, ट्रांसमिशन, और शीट मेटल का निर्माण शामिल है, ने हमें बाजार की बदलती जरूरतों के अनुसार तेजी से प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाया है।”
कंपनी की लगातार बढ़ती मार्केट हिस्सेदारी इस बात का प्रमाण है कि सही रणनीतियों और कस्टमाइज्ड उत्पादों के माध्यम से किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है। सोनालीका का फोकस न केवल घरेलू बाजार बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी पकड़ मजबूत करना है। कंपनी की इन-हाउस आरएंडडी टीम नए-नए उत्पादों की खोज और विकास में लगी हुई है, जिससे वह वैश्विक कृषि मशीनीकरण की दिशा में नई ऊंचाइयों को छू सके।
आगामी योजनाएं और बाजार की संभावनाएं
सोनालीका के भविष्य की योजनाएं इस बात पर केंद्रित हैं कि कैसे भारतीय कृषि को और अधिक उत्पादक और लाभदायक बनाया जाए। कंपनी के प्रबंधन का मानना है कि कृषि मशीनीकरण ही भारत की आर्थिक वृद्धि का आधार है, और वह इसी दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखेगी। कंपनी ने अपनी बिक्री टीम को भी विस्तारित किया है, ताकि वह ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर पहुंच बना सके और किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान कर सके।